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मांगलिक दोष निवारण के बहुत ही आसान उपाय

Post by - Pt. Mukesh Paliwal

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मांगलिक दोष निवारण के बहुत ही आसान उपाय - मांगलिक दोष अगर किसी की कुंडली में है तो घबरायें नही क्यूंकि उसका है बहुत ही सरल उपाय है| मांगलिक दोष कैसे बनता है पहले यह जानते हैं| कुण्डली में जब पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में मंगल स्थित होता है, तब मांगलिक दोष होता है। कहते हैं कि यह दोष को विवाह के लिए अशुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यह दोष जिसकी कुण्डली में हो तो उसके लिए मांगलिक दोष के जीवनसाथी की ही तलाश करनी चाहिए| ऐसा कहा जाता है कि जिसकी कुण्डली में यह दोष है, अगर वे 28 वर्ष के बाद विवाह करते हैं, तो मंगल वैवाहिक जीवन में अपना दुष्प्रभाव नहीं डालता है। कोई इसे 25 वर्ष के लिए भी कहते हैं| कहते हैं कि एक आयु की सीमा होती है, उसके बाद मंगल दोष का प्रभाव ख़तम हो जाता है| लेकिन इस बात से में सहमत नहीं हूँ कि एक आयु सीमा के बाद इसका प्रभाव नहीं रहता| असल में यह जानना बहुत जरुरी है कि मंगल दोष का प्रभाव क्या होता है? मंगल दोष जिसे मंगली कहते है, ये जातक बिना कुंडली देखे ही पहचाने जाते हैं, आप कहेंगे कि ऐसा कैसे? जी हाँ बिलकुल मंगली जातक को दूर से ही पहचाना जा सकता है, मंगल के प्रभाव से वह जातक जिद्दी स्वभाव का होता है, और क्रोध भी अधिक करता है, वह अपनी बात मनवाने के लिए क्रोध करता है| ऐसे जातक किसी आयु सीमा के बाद बदल नहीं सकते|

अलग अलग स्थानों पर मंगल दोष निवारण के अलग अलग नियम बना दिए गए हैं, जैसे कन्या या वर का पहले एक और विवाह करा देना चाहे वह वृक्ष हो या कुछ और| उनका मानना है कि पहले ऐसे विवाह करने के बाद अगर वह दूसरा विवाह करते हैं तो उनका वैवाहिक जीवन सफल होता है| लेकिन यह भी गलत है यह कोई निवारण नहीं हुआ| चाहे कन्या हो या वर उसकी वृक्ष से विवाह कराकर उसे कटवा देना यह कैसा निवारण हुआ?

मंगल दोष का निवारण


यह बहुत ही असरकारक है

मंगली युगल केशरिया गणपति जी की पूजा करे|

मंगलवार के दिन सुन्दर कांड के पाठ करने से भी वैवाहिक जीवन सुखमय होता है|

मंगलवार को लाल वस्त्र और लाल मसूर की दाल किसी गरीब को दान करें|


डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। Allsearch.in इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।